Primary Symptoms of Pregnancy in Hindi (गर्भावस्था के प्राथमिक लक्षणों को कैसे पहचाने)

गर्भावस्था के प्रथमिक लक्षणों (primary symptoms of pregnancy) में से एक लक्षण माहवारी का समय पर नहीं आना है । अक्सर महिलाओ का अपने गर्भवती होने पर अधिक  ध्यान तब  केंद्रित होता है जब उनके पीरियड समय पर नहीं आते है।

सभी महिलाओ में गर्भावस्था के अलग अलग लक्षण दिखाए देते है परन्तु कुछ लक्षण सामान हो सकते है।जिसके आधार पर कहा जा सकता है की आप गर्भवती है या नहीं। हलांकि बाजार में भिन्न भिन्न कंपनी के टेस्ट किट मौजूद है जिनसे आप आसानी से पता लगा सकते है की आप प्रेग्नेंट है या नहीं।

pregnancy symptoms in hindi

Identifying Pregnancy Symptoms in Hindi:

गर्भावस्था के प्राथमिक लक्षणों को इस प्रकार समझा जा सकता है:

जी मचलाना (Nausea)

गर्भवती होने पर प्रारंभिक लक्षणों में से जी मचलाना भी एक लक्षण है परन्तु जरुरी नहीं है की यह लक्षण सभी गर्भवती महिलाओ में दिखाए दे। जी मचलने का कोई भी निश्चित कारण नहीं है पर शोधो के अनुसार जी मचलना ,गर्भवती होने पर शरीर में होने वाले हार्मोन बदलवा के कारण हो सकता है।

थकान महसूस होना (Feeling Tired)

गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में यह बहुत सामान्य है की गर्भ धारण करने वाली स्त्री को शारीरिक थकान महसूस हो। शरीर में आयरन की कमी होना और लाल रक्त कोशिकाओं का कम होना भी एक कारण है जिससे थकान होने लगती है। कुछ जांचो से ये भी सामने आया है की शुरू के तीन महीनो में गर्भवती स्त्री का शरीर अपरा नाम के हार्मोन का तेजी से निर्माण करता है जिससे उन्हें सामान्य स्थिति से अधिक थकान होने लगती है।

स्तनों में खिचाव और निप्पल्स में दर्द का अनुभव होना (Breast strain and nipple pain)

गर्भावस्था के कुछ ही हफ्तों के अंदर ही गर्भधारिका को अपने स्तनों में खिचाव महसूस होने लगता है। यह खिचाव उन्हें  शरीर में बदलते हुए हार्मोन्स जो स्तनों में रक्त की आपूर्ति को बढ़ा देते है ,के कारण से होता है ,किन्तु जैसे जैसे गर्भ का समय बढ़ता जाता है ये दर्द भी कम होता चला जाता है। अथार्त आपको यह लक्षण अपने शरीर में अनुभव हो तो  चिंता ना करे।

पेशाब अधिक आना (Excessive Urination)

गर्भ धारण करने के बाद महिलाओ में सामान्य से अधिक पेशाब करने की समस्या को देखा गया है।  इसका मुख्य कारण शरीर में खून की मात्रा का बढ़ाना है जिससे किडनी सामान्य से अधिक मात्रा में तरल पदार्थ को मूत्राशय के द्वारा बाहर निकालती है।

पाचन क्रिया में बदलाव (Changes in Digestion)

गर्भावस्था के समय सबसे अधिक जो समस्या जो सामने आती है वो है पाचन क्रिया में बदलाव।  पाचन क्रिया में बदलाव के कारण गैस बनना ,पेट फूलना ,पाचन धीरे होना ,कब्ज़ बनना जैसी समस्या आने लगती है। पाचन क्रिया धीरे होने के कारण ग्रहण किया गया भोजन अधिक समय के लिए पाचन तंत्र में रहता है जिससे गैस और उल्टी जैसी समस्या उत्पन्न  होती है।

मूड स्विंग्स होना (Having Mood Swings)

गर्भवती महिओ में सबसे अधिक लक्षण जो देखा गया है वो है मूड स्विंग्स होना ।  गर्भावस्था  के समय महिलाओ के शरीर में बहुत से ऐसे बदलाव होते है जिनकी वजहे से उनमे भिन्न प्रकार के लक्षण दिखाई देते है मूड स्विंग होना भी उन्ही लक्षणों में से एक है।  शरीर में हो रहे हार्मोन्स के उतार चढ़ाव के कारण  गर्भवती स्त्रियों में शारीरक बदलाव के साथ साथ उनमे मानसिक बदलाव भी होते है। सामान्य से अधिक हँसना,कभी रोना और कभी ज्यादा भावात्मक हो जाना।

खाने की इच्छा में बदलाव होना (Change in Appetite)

गर्भावस्था के समय आपके खाने पीने की आदतों में असमान्य रूप से परिवर्तन देखे जा सकते है ।  कभी कभी सबसे अधिक  पसंद आने वाले व्यंजन भी अच्छे नहीं लगते है। अलग अलग प्रकार के वयंजन खाने का मन होता है। कुछ खाने की खुशबू से उल्टी जैसा महसूस होने लगता है।

अधिक नींद और कमजोरी महसूस होना (Feeling Excessive Sleepiness and Weakness)

गर्भवती महिलओं  के शुरुआती दिनों में  शारीरक कमजोरी और अधिक नींद आने के लक्षणों को देखा गया है। प्रतिदिन करने वाले कामो में भी सामान्य से अधिक थकावट महसूस होती है।  शरीर में कमजोरी अधिक होने लगती है इसका मुख्य कारण शरीर में होने वाले निरंतर हार्मोन्स में बदलाव है।

मॉर्निंग सिकनेस (Morning Sickness)

गर्भवती स्त्रियों में यह लक्षण शुरू के हफ्तों से दिखना प्रारंभ हो सकता है।  सुबह सुबह आपको उल्टी महसूस होना ही मॉर्निंग सिकनेस कहा गया है। हार्मोन्स में बदलाव होने की वजह से गर्भधारित  स्त्रियों में यह लक्षण दिखना सामान्य है।

चक्कर आना तथा सिर दर्द होना (Dizziness and Headache)

गर्भवती महिलाओ में प्रारंभिक दिनों में सिर दर्द की समस्या को अधिक देखा गया है।  कमजोरी की वजह से चक्कर आ सकते है। शरीर में बढ़ रहे हार्मोन्स भी एक कारण है सिर दर्द रहने  का।

प्राथमिक गर्भावस्था के बारे मे पूछेजाने बाले प्रश्न (FAQs)

Q 1:- आप प्रेगनेंट है या नहीं, इस बात का पता कितने दिनों के बाद लगाया जा

सकता है  ?

प्रेगनेंसी  का पता माहवारी के समय से न आने या मिस होने के ८-१२ दिनों के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट के द्वारा लगाया जा सकता है।  यदि टेस्ट सकारात्मक आते है तो आप डॉक्टर की सलाह से खून की जाँच करवा सकते है।

Q 2:- प्रेगनेंसी के लक्षण कितने दिनों में दिखाना प्रारंभ हो जाते  है?

प्रेगनेंसी के लक्षणों को १०-१४  दिनों में देखा जा सकता है। पीरियड्स मिस होना ,उल्टी आना, सामान्य से अधिक मूत्र आना आदि लक्षण शामिल है।

Q 3:- प्रेगनेंसी  के दिनों को कैसे गिना जाये ?

गर्भधारण के दिनों को अंतिम माहवारी के प्रथम दिन से काउंट किया जाता है।

Q 4:- प्रेगनेंसी  के पहले सप्ताह में किस तरह के लक्षण गर्भवती महिला में देखे जा सकते है?

प्रेगनेंसी  के पहले सप्ताह में उल्टी ,जी मचलने, थकान, सिर दर्द जैसे लक्षणो को सामान्य रूप से महिलाओ में देखा जा सकता है।

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